आजकल सर्दी, जुकाम, एलर्जी से होने वाली दिक्कतें बिना सर्दी का मौसम आये भी बड़ी frequently होने लगी हैं , कारण है हमेशा बदलता मौसम, pollution, dust वगेहरा …और ऐसे ही कई और समस्याएं और जन्म लेने लगी हैं जैसे साइनस की बीमारी यानि साइनसाइटिस | इससे आजकल बहुत ज्यादा लोग परेशान है। कहने को तो ये बहुत ही साधारण सी बिमारी है, लेकिन जब ये आपको पकड़ लेती है, तो बहुत परेशान करती है। तो आज के वीडियो में हम इसी पर बात करेंगे …कई बार जिसे हम नार्मल खांसी जुखाम समझ लेते हैं वो असल में साइनस ही समस्या भी हो सकती है …तो अगर हमे पता ही नहीं होगा की ये समस्या साधारण खांसी जुखाम नहीं है तो उसका इलाज करना भी मुश्किल हो जाता है …तो इस पर भी बात करेंगे की साइनस कैसे साधारण जुखाम खांसी से कैसे अलग है , इससे कैसे बचा जाये और अगर हो जाये तो कैसे manage किया जाए …चलिए शुरू करते हैं
साइनस और इसकी बीमारी क्या है?
Sinus….. दरअसल हमारे चेहरे की हड्डियों के अंदर मौजूद air-filled cavities होती हैं -jaise ki frontal sinus …यहाँ माथे में , maxillary sinus यहाँ गाल की हड्डी के पीछे , ethmoid sinus यहाँ नाक के पास aur sphenoid sinus हमारी आँखों के पीछे | इनका काम होता है breathing air को filter करना, humidity और warmth maintain करना, mucus बनाकर bacteria या virus को अन्दर जाने से रोकना और nasal passage को lubricated रखना। Healthy sinus में air होती है जिससे सब सही रहता हैं लेकिन दिक्कत तब होती है जब sinus cavities में mucus जमा होने लगता है और फिर mucus और infection की वजह से ये cavities block हो जाती हैं , inflammation हो जाती है … Sinus की इस समस्या को ही कहते हैं Sinusitis … जो आपको नाक के पास, गालों पर, forehead पर , सर के पीछे या कानों के पीछे pain दे सकता है | साथ ही ये mucus ज्यादा जमा हो जाए तो breathing में भी issue हो सकता है | Sinusitis को lightly नहीं लिया जा सकता क्यूंकि chronic sinus infections आपकी immunity, sleep और overall productivity को directly impact करता है | यहाँ तक की कुछ cases में itching , hair loss और हमेशा रहने वाला सरदर्द हो सकता है | बालों की छोटी बनाना भी मुश्किल हो जाता है … अब सबसे पहला सवाल ये है कि sinusitis और common cold यानि नार्मल सर्दी खांसी में फर्क कैसे समझें। Common cold आमतौर पर viral होता है और सात से दस दिनों में खुद-ब-खुद ठीक हो जाता है। लेकिन sinusitis हफ्तों तक बना रह सकता है, और chronic cases में महीनों तक परेशान कर सकता है। Cold में नाक से पानी बहता है, जबकि sinusitis में discharge गाढ़ा, पीला या हरा और कभी-कभी foul smelling भी होता है। Cold में सामान्य body ache होता है, लेकिन sinusitis में भारी सिरदर्द, आंखों, नाक के पास और माथे पर दबाव और कभी-कभी बुखार भी हो सकता है।
साइनस के कारण क्या है?
Sinusitis के कई कारण हो सकते हैं। बार-बार होने वाले viral infections, allergies जैसे धूल, pollen या pollution, nasal polyps यानी नाक के अंदर छोटी-छोटी growths, या फिर deviated nasal septum यानी जिसे आम बोलचाल की भाषा में नाक की हड्डी का बढ़ जाना या टेढ़ा होना कह दिया जाता है – ये सब कारण sinusitis को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा weak immunity, smoking, junk food ज्यादा खाना और नींद की कमी जैसी lifestyle problems भी इसकी बड़ी वजह हैं। आयुर्वेद के हिसाब से sinusitis कफ दोष के बढ़ जाने से होता है | अगर आप sinusitis से जूझ रहे हैं तो lifestyle और diet में बदलाव सबसे जरूरी है।
साइनस का इलाज क्या है?
सबसे पहला – नहाते हुए ये गलतियाँ ना करें | सबसे पहले तो पानी के साथ खेलें ना …. कहने का मतलब है नहाने में ज्यादा वक़्त ना लगाएं , जल्दी से 5-7 मिनट में नहाकर बहार निकल आयें , पूरे शरीर को धोने के बाद ही सर पर… आख़िर में पानी डालो। इससे आपके scalp का wet रहने का time कम होगा। जब सिर ठंडा हो जाता है तो वही ठंड sinus को inflame कर देती है और problem create करती है। जब भी आपको बाल धोने हों या सर गीला करना हो तो हमेशा दो towel carry करें। जैसे ही आप नहा लें ….तो बाथरूम से बाहर आने से पहले …तुरंत एक towel सिर पर लपेट लें। ये extra precaution लेना ज़रूरी है… नहाने के बाद जब आप कमरे में आओ तो ध्यान रहे कि वहाँ न तो fan चल रहा हो और न ही AC on हो। Room का temperature normal होना चाहिए। Body पर हवा ना लगने दें | cold क्या है? Cold मतलब शरीर में heat की कमी। इसलिए body की heat maintain करना ज़रूरी है। ठंडा ना होने दें। नहाने के बाद पाँच से सात मिनट तक अपने कमरे में आराम से बैठें | अगर climate humid है तो अच्छे से scalp को जल्दी सुखा लें , चाहे तो dryer का इस्तेमाल करें , लेकिन ड्रायर को low temperature पर इस्तेमाल करें | और बिलकुल गीले बालों पर इस्तेमाल ना करें , थोडा wait करें उसके बाद use करें |
अब दूसरी important बात – और वो है आपका bedtime discipline….सोते समय कभी भी तेज़ fan के नीचे या AC की direct हवा में ना सोएं | जब हम सोते हैं तो blood pressure अपने आप low हो जाता है, ऐसे में ठंडी हवा face या body पर directly लगेगी तो sinus की तकलीफ़ और बढ़ जाएगी। Face पर circulation normally poor होता है, ऐसे में अगर आपको sinusitis की समस्या है तो आपको सोते समय अपना face cover करके सोना चाहिए। आप scarf का use कर सकते हो या फिर सिर के ऊपर एक हल्का सा pillow रख सकते हो। ऐसा करने से frontal sinuses warm रहेगा और जब sinuses गरम रहते हैं तो mucus ज़्यादा नहीं बनता और passages खुले रहते हैं। बस Point ये है कि आपका सिर गरम रहना चाहिए।
अब आती है sleeping position की बात। ये भी sinus health के लिए बहुत important factor है। अगर आपकी right nostril blocked है तो आपको left side लेटकर सोना चाहिए और सिर के नीचे हल्का सा pillow ज़रूर लें | सर थोडा elevated रहना चाहिए | अगर left nostril blocked हो तो right side लेटकर सोएं | हमेशा कोशिश करने की sides पर करवट लेकर ही सोयें… पीठ के बल सोना avoid करें | जैसे ही लगे कि nostril block हो रही है, तुरंत side change कर लें …इससे blockages खुल जाते हैं और सांस लेने में आसानी होती है।
तीसरी important बात जो आपको ध्यान रखनी है वो है – चेहरे पर गरमाहट बनाएं रखना …Face को हल्की गरमी देते रहें …इसके लिए आप warm water bag use कर सकते हो। बस पाँच मिनट तक चेहरे पर रखो, इससे sinuses गरम हो जाएँगे और congestion जल्दी clear हो जाएगा। याद रहे , पानी ज्यादा गरम ना हो ….बस इतना की फेस पर हलकी गर्माहट महसूस हो जो soothing भी लगे और आप relaxed feel करें | इसके अलावा simple plain water से steam लें जिससे congestion release हो जाता है… ध्यान रहे पानी उबलता हुआ नहीं होना चाहिए। Steam लेने का तरीका भी सही होना चाहिए – inhale हमेशा नाक से करो और exhale मुंह से।
रात को सोने से पहले steam लें और फिर सो जाएँ , इससे आपको नींद भी अच्छे से आएगी | Sinusitis manage करने का ये सबसे अच्छा तरीका है।
अगर आपको Sinusitis है तो आपको सिर्फ़ गुनगुना पानी ही पीना चाहिए। जब भी आपका nasal passages congested हों तो आपको ये सारी warming techniques इस्तेमाल करनी है। इससे sinuses जल्दी खुलते हैं और राहत मिलती है। जब भी आपको लगे की sinusitis बढ़ने लगा है तभी
हर आधे घंटे में गुनगुना पानी पीना शुरू कर दें। इससे sinuses जल्दी clear होंगे और congestion develop होने से पहले ही रुक जाएगा।
अब बात आती है डाइट की – mucus-producing foods को avoid करना है। आपका खाना immunity boosting होना चाहिए। बहुत ज्यादा Non-veg food, junk और oily food को avoid करना है । ये सारी चीज़ें mucus और बढ़ा देती हैं। ज़्यादा मसाले वाला खाना भी mucus production को बढ़ा सकता है लेकिन याद रखें, हर इंसान की body अलग होती है, tendencies अलग होती हैं। इसलिए अपने लिए सही food habits चुनना बहुत ज़रूरी है। कुछ लोगों को जल्दी cold पकड़ लेता है …ऐसे लोगों को ठंडी चीज़ें खाने और पीने से बिलकुल बचना चाहिए …जैसे cold drink बिल्कुल avoid करना चाहिए, Ice cream वैसे तो ना ही खाएं लेकिन अगर कभी – कभी इसे क्रीम या कोल्ड ड्रिंक लेना भी चाहते हैं ….. उसके बाद तुरंत आधा glass गुनगुना पानी पियो। इससे throat में बचे हुए residues साफ़ हो जाते हैं और problem manage करना आसान हो जाता है।
लेकिन याद रहे, cold drinks और ice creams irritants हैं और sinus, cough या cold tendency वाले लोगों के लिए ठीक नहीं हैं।
अब बात करते हैं दही और छाछ की | Sinusitis वाले लोग इनसे अकसर दूर ही रहते हैं, लेकिन मैं आपको बता दूँ की जिन लोगों को cold, cough, sinusitis, asthma या allergy होती है, उन्हें curd और buttermilk avoid करने की ज़रूरत नहीं है। बस इन्हें लेने की समय का ध्यान रखना ज़रूरी है , इन्हें आप दिन में ले सकते हैं – सुबह के नाश्ते में, दोपहर में या maximum शाम 4 बजे से पहले। लेकिन ध्यान रहे, रात को कभी भी दही या छाछ ना लें …अगर आपको sinusitis नहीं भी है तब भी दही या छाछ रात में हमेशा avoid ही करें | अगर आपको sinusitis है तो रात का खाना पूरी तरह avoid करना चाहिए। ऐसे लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा 7 बजे तक अपना डिनर finish कर लेना चाहिए। बेहतर तो यही होगा कि आप 6:30 बजे डाइनिंग टेबल पर बैठ जाएं और 7 बजे तक खाना खत्म कर दें। अगर उसके बाद भूख लगे तो हल्दी वाला दूध पी सकते हैं , इसमें चुटकी भर काली मिर्च भी ज़रूर डालें …इससे पेट भी भरेगा और sinus को calm रखने में भी मदद मिलेगी | आपका खाना ऐसा होना चाहिए जो immunity को strong करे। आप गिलोय का काढ़ा बनाकर, उसे सुबह खाली पेट पी सकते हैं , अदरक, काली मिर्च और लहसुन को डाइट में ज़रूर शामिल करें | ये किसी भी दवा से कहीं बेहतर काम करते हैं । इसलिए जब आपको sinusitis हो तो इन चीज़ों का इस्तेमाल अपने खाने में ज़रूर करें। सुबह congestion सबसे ज़्यादा महसूस होती है, लेकिन जैसे ही आप अपनी daily activities शुरू करते हैं और circulation proper होता है तो congestion अपने आप कम हो जाता है। इस process को फ़ास्ट करने के लिए सुबह herbal tea ज़रूर लें | Herbal tea बनाने के लिए पानी को अदरक, लेमनग्रास, पुदीने की पत्तियाँ, तुलसी की पत्तियाँ और काली मिर्च के साथ boil करें। ये आपको बहुत फायदा देगी | थोड़ी सी सौंठ को थोड़े से शहद में मिलाकर लें , ये आपके कफ को कम तो करेगा ही साथ ही इम्युनिटी को भी स्ट्रोंग करेगा | इसके अलावा कोशिश करें की रोज़ आपके शरीर में कम से कम एक चम्मच घी ज़रूर जाए | आप इसे चपाती पर लगा सकते हैं या सब्ज़ियों में ऊपर से डाल सकते हैं, किसी भी तरीके से लें । अपनी diet में seasonal fruits और vegetables की अच्छी मात्रा में शामिल करें। Vitamin C आपके लिए वरदान से कम नहीं है | इसलिए lemon juice दिन में गरम पानी के साथ पिएं, उसमें शहद या गुड़ का पानी डाल सकते हैं। साथ ही आँवला ज़रूर लें। आँवला vitamin C का बहुत अच्छा source है, आयुर्वेद तो आवंला को फल नहीं…. रसायन मानता है। चाहे आँवले की चटनी, आँवला candy, मुरब्बा, जूस, किसी भी form में….आँवला आपके system में ज़रूर जाना चाहिए। एक remedy जो आप घर पर आराम से कर सकते हैं , लोहे के तवे को गरम करके उस पर थोड़ी ajwain और चुटकी भर हल्दी डालकर उसकी जो खुशबू है वो आपको Inhale करनी है | नहीं तो आप इनकी पोटली बनाकर उससे सिखाई भी कर सकते हैं | इसके अलावा तिल के तेल या सरसों के तेल को हल्का गरम हलके , सर पर और नाक के आस पास हलके हाथ से मालिश कर सकते हैं | तेल ये घी हल्का गरम करके 3-4 बूंदें नाक में डाल सकते हैं | ये आपके respiratory system को स्ट्रोंग बनाने में भी मदद करेगा | ultimately आपको अपनी Immunity strong करने पर ही focus करना है |
आयुर्वेद के अनुसार …उन चीज़ों से दूर रहे जो आपके शरीर में कफ दोष को बढ़ाएं …दिन में सोना भी ऐसी चीज़ों में आता है , दिन में सोना और रात को जागना आपके कफ दोष को बिगाड़ कर sinusitis को ट्रिगर कर सकता है | दिन में अगर आपको सोना ही है तो खाना खाने के बाद bas 15-20 minute का power nap लें | हो सके तो दिन में सोना अवॉयड ही करें , रात को जल्दी सो जाएँ और सुबह जल्दी उठें | इसके अलावा अगर आप रात को सूरज डूबने के बाद और सुबह उठते ही बहुत ज्यादा पानी पीते हैं तो वो भी आपके कफ को तो बढ़ाएंगे ही साथ ही आपकी जठराग्नि को भी affect करता है तो जितनी प्यास हो उतना ही पानी पियें …और जब sinus बिगाड़ा हुआ हो तो गुनगुना पानी ही पियें |
आयुर्वेद के अनुसार Sinusitis का इलाज दवाओं में नहीं बल्कि अनुशासन में है , यानि अपनी trigger points को पहचाने और उनसे दूर रहे …..अपनी immunity को स्ट्रोंग करें ताकि आपके trigger points आपको नुकसान करना बंद कर सकें |
Yoga practices sinus health के लिए बहुत – बहुत ज़रूरी है , ये sinusitis को दूर करने में कमाल का काम करती हैं। अगर आपको लगे कि शरीर में mucus जमा हो रहा है, तो एक simple technique अपनाइए—अपने sinus region के आसपास उंगली से हल्का tap कीजिए, इस tapping से उस area में circulation बढ़ता है और congestion release होता है। Press and release technique भी यहाँ बहुत काम आती है। दोनों तरफ sinus points पर हलके से दबाइए और छोड़िए। बार-बार ऐसा करने से blockage खुलने लगता है। इसके अलावा, अपने माथे पर massage कीजिए और press and release करते रहिए। ये technique sinus की condition को release करने के लिए बहुत powerful है। दिन के समय, जब आपको लगे कि आपकी नाक बिल्कुल खुली हुई है , तब जल नेति practice ज़रूर कीजिए। गुनगुने नमक वाले पानी को एक नाक से डालकर दूसरी से नाक से बाहर निकालें ….जल नेति कैसे की जाती है , इसका विडियो आपको description box में मिल जाएगा | कपालभाति ज़रूर करें , यानी नाक के passages से तेज़ी से सांस अंदर और बाहर लेना। इन simple techniques के अलावा, regular आसन और pranayama practice ज़रूर करें | जो immune system को strong रखते हैं , जैसे Talasana – हाथ ऊपर उठाकर पूरे body के muscles stretch करने से वो सारे muscles stretch होंगे जो breathing में use होते हैं। इससे आपकी Breathing strong hogi. पर्वतासन भी ज़रूर करें, कोणासन , जो sinuses clean रखने में मदद करेगा , चक्रासन ….ये बॉडी में circulation improve करेगा , यष्टिकासन, जिसमें पीठ के बल लेटकर पूरे शरीर को छड़ी की तरह लंबा और सीधा खींचा जाता है। यह तनाव, muscles में stiffness और थकान को कम करता है, और Blood circulation को बढ़ाता है |
भुजन्गासन –, इसके अलावा Surya Namaskar भी बहुत important है। रोज़ाना 3 sets Surya Namaskar काफी हैं | इन सभी आसनों के लिंक आपको डिस्क्रिप्शन बॉक्स में मिल जायेंगे | इन्हें regular करें …एक दिन में आपको असर नहीं दिखेगा | consistency is the key …. Goal सिर्फ़ ये होना चाहिए कि body में और face region में circulation improve हो।
sinusitis कोई बीमारी नहीं है इसीलिए इसके लिए कोई medicines लेना ज़रूरी नहीं है …
शुरुआत हमेशा कुछ simple चीज़ों से होती है। जैसे बार-बार छींक आना, हल्का दर्द , सर में या , फेस की हड्डियों में | जैसे ही ये signs दिखें, तुरंत ध्यान दें । जो कुछ हमने अभी तक बताया, उसे religiously follow करें और आप देखोगे कि धीरे-धीरे ये problem बिना दवा के ठीक हो जाएगी | आप इन problems को prevent कर सकते हो। अगर आपको अपने ट्रिगर पॉइंट्स पता है तो …उनसे दूर रहने में ही समझदारी है …. ठण्ड से दूर रहें, समय से खाना खाएं , meal skip ना करें, बहुत तेज़ धुप में ना जाएँ, ये सब भी आपके साइनस के सरदर्द को ट्रिगर कर सकते हैं | अपनी daily functioning नियमित रखें जिससे मौसम का बदलाव, pollution भी आपको प्रभावित नहीं करेगा | इसके अलावा mind management सबसे ज़रूरी है। बहुत sensitive लोग जो थोडा सा भी सुनकर hurt हो जाते हैं , आप मानेंगे नहीं लेकिन ये mental state आपके sinuses पर भी असर डालती है। Climatic changes का reaction भी ऐसे लोगों में ज़्यादा होता है। इसलिए कोशिश करो कि mentally mature बने, दिमाग को शांत रखें, छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा ना होएं । Stress से दूर रहें ….I know कहना आसान है लेकिन दोस्तों सेहत से ऊपर क्या है ….तो अगर सेहतमंद रहना है तो ये करना सीखना ही पड़ेगा …और कोई option नहीं है | Relaxation immunity को strong बनाता है और infections या allergies से लड़ने में मदद करता है। ये सभी चीज़ें धीरे धीरे आपकी इम्युनिटी को स्ट्रोंग करेगी और धीरे धीरे आपकी sinusitis की frequency कम होकर धीरे धीरे बिलकुल ठीक हो जाएगी | लेकिन एक बात ध्यान रहें …अगर ये सभी करने के बाद भी अगर आपकी समस्या बढती ही जा रही है तो फिर देर ना करें और डॉक्टर को ज़रूर दिखाएँ |
अगर full physical activity possible नहीं है, तो कम से कम दिन में दो-तीन बार पाँच floors ऊपर-नीचे चढ़ो। इससे आपकी lungs और sinuses pollution-free और healthy रहेंगे।
