रतनजोत क्या है? रतनजोत एक आयुर्वेदिक जड़ीबूटी है, जिसके पत्ते, छाल और फूल से लेकर जड़ तक सभी का इस्तेमाल अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। यह जड़ीबूटी न सिर्फ त्वचा और सुंदरता के लिए उपयोगी है बल्कि यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। रतनजोत के जड़ीबूटियों का इस्तेमाल कई शारीरिक बीमारियों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। इसमें एंटीबायोटिक, ड्यूरेटिक, विटामिन, मिनरल्स जैसी कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। आइए जानते हैं, रतनजोत के फायदे क्या है, इसका इस्तेमाल कैसे करें, इत्यादि। Ratan Jot
रतनजोत के फायदे
आपको बतादें कि, ब्यूटी और स्किन केयर इंडस्ट्री में रतनजोत का बहुत बड़ा योगदान है। रतनजोत का इस्तेमाल फाउंडेशन से लेकर ब्लस, स्किन केयर, फेस ऑयल, हेयर ऑयल जैसे लगभग सभी तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट में किया जाता है। लेकिन त्वचा के साथ-साथ शरीर के लिए भी यह बहुत फायदेमंद है।
- नेच्यूरल क्लरिंग एजेंट- रतनजोत एक नेच्यूरल क्लरिंग एजेंट की तरह काम करता है, तो इसका इस्तेमाल खाने को फ्लेवर के साथ-साथ नेच्यूरल कलर देने के काम आता है। खासकर तंदूरी पकवान में, जैसे पनीर टिक्का, तंदूरी चिकन. इत्यादि।
- बालों के लिए लाभदायक– रतनजोत आपके बालों के लिए बहुत लाभकारी होता है, क्योंकि यह एक नेच्यूरल हेयर कलर है जो आपके बालों के लिए बहुत ही अच्छा होता है। इसके इस्तेमाल से आपके स्वास्थ्य पर कोई हानीकारक प्रभाव नहीं पड़ता है। रतनजोत के तेल का इस्तेमाल बालों को झड़ने से रोकने के साथ-साथ गंजेपन के संकेत को दूर करने का काम करते हैं।
- त्वचा के लिए कारगर – रतनजोत में एंटी-वायरस और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो आपके स्किन को हेल्दी और सेफ रखते हैं। रतनजोत के पाउडर या तेल के इस्तेमाल से एजिंग की समस्या को दूर करने में राहत मिलती है।
- सूजन में फायदेमंद – रतनजोत में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो आपके शरीर में सूजन की समस्या को दूर करने का काम करते हैं। यह आपके शरीर में रक्तपरिसंचरण को ठीक करते हैं जिसे आपको सिरदर्द की समस्या को दूर करने में फायदा पहुंचता है। Ratan Jot
- रुमेटिक बीमारी में रतनजोत के फायदे -रुमेटिक जैसी बीमारियों सामान्यरूप से नसों और मांसपेशियों को प्रभावित करती है, जिसके कारण इनमें दर्द और पीड़ा महसूस होता है। ऐसे में यदि आप दर्द वाले क्षेत्र पर नियमित रूप से रतनजोत के तेल का मालिश करते हैं और रतनजोत पाउडर का सेवन करते हैं तो रुमेटिक को ठीक करने में लाभकारी साबित हो सकता है।
- पाचन के लिए फायदेमंद – रतनजोत पाचन के लिए बहुत फायदेमंद होती है। जिन लोगों को खाना खाने के तुरंत बाद प्रेशर बनता है, लूज मोशन की समस्या होती है या सेमी सोलिड स्टूल आता है तो ऐसे में रतनजोत को खाने में शामिल किया जा सकता है। यह पाचन में सुधार के साथ गैस की समस्या से राहत प्रदान करता है। रतनजोत सिर्फ इंसानों के लिए हि नहीं बल्की पशुओं के लिए भी फायदेमंद है, यदि आपके घर में गाय , भैंस , बकरी वघेर हैं और उन्हें पाचन, अफारे या कंज की समस्या है तो आप उन्हें भी रतनजोत दे सकते हैं , इससे उन्हें भी आराम मिलेगा |
- ब्लड प्रेशर में रतनजोत लाभकारी – अल्कानेट रूट में हाइपो-टेंश प्रभाव होते हैं, जो आपके कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर से तनाव को कम करने में मदद करता है। यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक और प्लेग जैसे खतरों से आपको बचाता है।
- सूजन में फायदेमंद -अपनी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की वजह से ये सूजन की समस्या को कम करती है। रतनजोत को अल्कानेट भी कहा जाता है और ये अपनी एंटी-सेप्टिक, एंटीबायोटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की वजह से इस्तेमाल किया जाता है। Ratan Jot
- मांसपेशियों में दर्द से राहत मिलता है – जिन लोगों को मांसपेशियों में दर्द, मसल्स क्रैंप, मांसपेशियों में ऐंठन या जोड़ों में दर्द अर्थराइटिस की समस्या है, वो रतनजोत का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम कर दर्द से बहुत जल्दी आराम प्रदान करते हैं।
- रतनजोत की पत्तियों से दर्द दूर – आयुर्वेद में कहा गया है कि अगर दर्द वाली जगह पर इसकी पत्तियों को पीसकर लगाया जाए तो यह तुरंत आराम पहुंचाता है। इसके अलावा आप रतनजोत ऑयल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- जोड़ों की दर्द से आराम – अगर आपको रतनजोत के बीज का तेल न मिले तो आप रतनजोत की जड़ों को सरसों के तेल में गर्म करके, उससे जोड़ों की मालिश कर सकते हैं, इससे आपको काफी फायदा पहुंचेगा।
- जलने पर रतनजोत के फायदे – इसके अलावा रतनजोत की जड़ों को नारियल तेल में गर्म करके जले हुए जगह पर लगाने से घाव जल्दी ठीक होता है और निशान भी धीरे-धीरे खत्म हो जाते हैं।
- चेहरे के लिए रतनजोत – नारियल के तेल के साथ रतन जोत आपके त्वचा से जुड़ी समस्याओं का एकमुश्त इलाज है। आप रतनजोत के पत्तों को पीसकर नारियल तेल में मिला लें और फिर इसे चेहरे पर लगाएं। इससे स्किन की परेशानी काफी कम होगी।
- रतनजोत के फायदे बालों के लिए कारगर (ratanjot for hair) – रतनजोत बालों के लिए कितना फायदेमंद है, यह तो हम सभी जानते हैं। बाल झड़ना, समय से पहले बाल सफेद होना, बालों का पतला होना, दोमुंहे बाल जैसी समस्याओं में जबरदस्त फायदा पहुंचाता है रतनजोत। बाजार से महंगे और कैमिकलयुक्त प्रोडक्ट से अच्छा है आप प्राकृतिक उत्पादों का इस्तेमाल करें। Ratan Jot
- रतनजोत बालों में कैसे लगाएं (ratan jot benefits for hair)- आप नारियल तेल और रतनजोत का प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए रतनजोत और नारियल तेल को मिलाकर बालों पर लगाएं। इससे स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है, जिससे आपके बालों की चमक अच्छी होती है। साथ ही यह बालों को घना और मुलायम करने में सहायक होता है।
- नारियल तेल और रतनजोत – बालों के लिए रतनजोत का तेल बनाने के लिए, एक कप नारियल तेल में रतनजोत की जड़ें डालकर कुछ देर तक गर्म करें. इसके बाद इसे ठंडा करके बालों पर लगाएं। यह आपको बालों का समय से पहले सफेद होने की समस्या को भी ठीक करेगा। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करने से आपके सफेद हो रहे बाल भी वापस अपने प्राकृतिक रंग में आने शुरू हो जाएंगे।
- डैंड्रफ से राहत – रतनजोत की जड़ों के पाउडर में, ब्राह्मी पाउडर, आंवला पाउडर मिलाकर इसका पेस्ट तैयार करें और स्कैल्प पर लगाएं। इससे बालों का झड़ना दूर होगा और बालों का अच्छा विकास होगा और साथ ही डैंड्रफ से भी राहत मिलेगी।
- नींद और तनाव में फायदेमंद – रतनजोत नींद न आने की समस्या और तनाव को दूर करने में भी प्रभावी होता है।
- फॉरहेड की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के लिए फायदेमंद – सोने से पहले अपने सिर पर इसके तेल को लगाएं। इससे आपकी फॉरहेड की मांसपेशियों को आराम मिलेगा, आपकी तंत्रिकाओं का राहत मिलेगा, जिससे आपको अच्छी नींद आयेगी। लेकिन ध्यान रहे, इसके असर आपको एक या दो दिन में नहीं दिखेंगे। बल्कि नियमित रूप से इसका इस्तेमाला सही तरीके से करना होगा। Ratan Jot
- हर्पिस में लाभदायक – जिनको हर्पिस की समस्या है, जिन्हें वायरल इंफेक्शन की वजह से त्वचा पर फफोले या छाला और अल्सर यानी घाव और फफोले हो जाते हैं, जिनमें ब्लीडिंग भी हो सकती है, इसमें रतन जोत फायदेमंद हो सकती है। ऐसे में आप रतनजोत के जड़ों को उबाल कर, उसका काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।
- हार्ट हेल्थ और ब्लड प्रेशर में कारगर – आगर आप रतनजोत का पानी पीते हैं तो यह आपकी हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखने में मदद मिलेगी।
- बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाता है – इससे खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद मिलती है, जिससे हार्ट स्ट्रोक और हार्ट अटैक का रिस्क कम होगा।
- हृदय के लिए फायदेमंद – रतनजोत की जड़ को पानी में भिगाकर रातभर के लिए छोड़ दें और अगले दिन इस पानी को छानकर पिएं. यह दिल के लिए फ़ायदेमंद होता है.
- बुखार में रतनजोत के फायदे – रतनजोत में प्राकृतिक रूप से ठंडा करने वाले गुण होते हैं जो बुखार को कम करने और उतारने में मदद करता है | आयुर्वेद में भी रतनजोत का उपयोग बुखार कम करने के लिए किया जाता है। इसकी जड़ पसीने लाने में मदद करती है जिससे बुखार के इलाज में मदद मिलती है। Ratan Jot
- रतनजोत का उपयोग – आप अलग-अलग समस्याओं में चाहें तो रतनजोत का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। इसके अलावा रतनजोत की कई आयुर्वेदिक दवाएं भी है जिसका सेवन आप कर सकते हैं।
- ब्यूटी प्रोडक्ट में रतनजोत – व्यावसायिक स्तर पर अलग-अलग तरह के तेल को कलर देने के लिए रतनजोत का इस्तेमाल किया जाता है। यहां तक की लिक्विड और ड्राई फाउंडेशन, ब्लश और कई ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने में भी रतनजोत का इस्तेमाल किया जाता है। ratanjot uses in hindi.
- अर्थराइटिस और फ्रैक्चर में रतन जोत के फायदे – रतनजोत के बीज से तेल निकाला जाता है जो अर्थराइटिस, त्वचा की समस्या में फायदेमंद होता है। अगर आपको खुजली की समस्या रहती है तो ये तेल आपको फायदा पहुंचा सकता है। फ्रेक्चर होने पर इस तेल को लगाने से हड्डी जल्दी जुड़ने में मदद मिलती है।
- खून साफ करने में फायदेमंद – रतनजोत आपके शरीर में मौजूद खून को साफ कपरने में भी सहायता करती है, जिसके कारण त्वचा से जुड़ी समस्याएं ठीक होने में मदद मिलती है। रतनजोत के जड़ों को पानी में उबाल कर पीने से त्वचा रहने के साथ-साथ एक्जिमा जैसी समस्या से भी आराम मिलता है।
आपको बतादें कि रतनजोत को डिजल पौधा के नाम से भी जानते हैं। दरअसल, रतनजोत के बीजों से बायोडीजल निकाला जाता है। लेकिन रतनजोत की एक अलग प्रजाती है जिसका वैज्ञानिक नाम है जेट्रोफाजिससे बायोडिजल बनाया जाता है, जबकी अलकाना टिंक्टोरिया का इस्तेमाल हेल्थ इंडस्ट्री में किया जाता है। हिन्दी में इन दोनों को रतनजोत ही बोला जाता है लेकिन ये दोनों अलग-अलग है, इस बात का जरूर ध्यान रखें।
यह भी पढ़ें – Aloe Vera Benefits : एलोवेरा के फायदे और नुकसान
रतनजोत का वैज्ञानिक नाम क्या है?
रतनजोत का वैज्ञानिक नाम अल्काना टिंक्टोरिया है। इसे ज्यादातर लोग डायर अल्कानेट (dyer’s alkanet), अल्कानेट(alkanet), डायर बग्लॉस(dyer’s bugloss) कहते हैं और हिंदी में इसे रतन जोत के नाम से जानते हैं। Ratan Jot
रतनजोत की पहचान कैसे करें?
रतनजोत की शुद्धता जांच करना बहुत जरूरी होता है। यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं जो शुद्ध रतनजोत की पहचान करने में मदद करते हैं:
- शुद्ध रतनजोत जड़ का प्राकृतिक रंग गहरा लाल या बैंगनी होता है। अगर रंग भूरा-सा फीका लग रहा है, तो वो मिलावटी हो सकता है।
- फ्रेस रतनजोत की एक मिट्टी, वुडी या धातु जैसी गंध होती है, तो जब आप मार्केट से रतनजोत खरीदें इन बातों का ध्यान आवश्य रखें।
रतनजोत के नुकसान
वैसे तो किसी भी चीज का अत्यधिक सेवन आपके लिए नुकसान दायक हो सकती है। लेकिन इसके अलाव भी रतनजोत के सेवन से कुछ निम्नलिखित नुकसान आपको हो सकते हैं:- Ratan Jot
- इसकी रूट में मौजूद डाई का सेवन नहीं करना चाहिए, यह नुकसानदेह हो सकता है।
- गर्भावस्था के दौरान रतनजोत के सेवन से बचने की कोशिश करें।
- स्तनपान में रतनजोत का सेवन न करें।
- रतनजोत का ज्यादा सेवन करने से लिवर फेलियोर, सिरोसिस, पल्मोनरी हाइपरटेंशन या हार्ट फेल होने की वजह बन सकता है।
- हमेशा ध्यान रहे कि रतनजोत का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल नुकसान पहुंचा सकता है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से दस्त, उल्टी इत्यादि की समस्या हो सकती है। इसलिए कम मात्रा में ही इसका सेवन करें।
- काढ़े में या पानी में भिगोगर इसको रखना है तो आप रतनजोत की 3 से 4 जड़ें ले सकते हैं और यदि पत्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो 2 से 3 पत्ते काफी है।
- अगर आप गर्भवती है या स्तनपान कराने वाली महिला हैं तो रतनजोत का इस्तेमाल ना करें।
- अगर आपको सांस संबंधी समस्या है या फेंफड़ो से जुड़ी समस्या है तो रतनजोत का सेवन करने से पहले डॉक्टर का सलाह जरूर लें।
- यदि आप पहले से ही कोई दवाई का सेवन कर रहें हैं तो आपको कोई भी जड़ी-बुटी अपने डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें, नहीं तो यह फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है। Ratan Jot
- त्वचा पर इसका इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट करना न भूलें।
रतनजोत का तेल कैसे बनाएं ? (ratan jot oil)
रतनजोत के तेल का इस्तेमाल कर आप बालों के कई समस्याओं से चुट्कियों में छुटकारा पा सकते हैं। रतनजोत का तेल बनाने के लिए 1 कप सरसों के तेल को कढ़ाई में पकाएं या अच्छे से गर्म करें. सरसों के तेल को तब तक गर्म करें जब तक तेल का पीलापन खत्म न हो जाएं। उसके बाद गैस की आंच को धीमा कर दें। अब तेल में रतनजोत के छोटे-छोटे 1-1 इंच के 2 टुकड़े डाल दें। इस टुकड़ों को अलग-अलग कर के डालें ताकि तेल अच्छी तरह से इसे सोख ले। अब कुछ समय तक लगभग 8 से 10 मिनट तक तेल का रंग लाल होने तक, तेल को पकाएं। इसके बाद इसे किसी बर्तन या कांच की शीशी में स्टोर कर के रख लें और इस्तेमाल करते रहें। Ratan Jot
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। इसके किसी भी तथ्य को इलाज का विकल्प न समझें और इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह आवश्य लें।
Pingback: Deodar tree: देवदार के पेड़ के फायदे और चमत्कारी गुण