आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे औषधीय गुणों से भरपूर देवदार पेड़ के फायदे के बारे में, जो कि बेहद खुबसूरत, लंबे और औषधीय गुणों से भरे होते हैं। दोस्तों हम बहुत भाग्यशाली हैं की हमारा देश ऐसा है जहाँ हर कदम पर आपको नेचर ने अपनी गोद से निकाल कर सेहत का खज़ाना ऐसे ही दे दिया है। जिसका फायदा कई बार हम नहीं उठा पाते क्यूंकि हम उसके बारे में जानते ही नहीं है। आइए जानते हैं, देवदारु/देवदारु के फायदे क्या होते हैं। deodar tree
बेहद खुबसूरत, लम्बे और औषधीय गुण से भरे पेड़ – देवदार के बारे में, जिसके फायदे के बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं। जिसे दोदर या देवदारु के नाम से भी पुकारा जाता है। देवदार का वैज्ञानिक नाम (deodar scientific name) सेड्रेस देओदर (Cedrus deodara) है। इसे हिमालय सीडर(himalayan cedar tree) भी बोला जाता है क्यूंकि ये आपको हिमालयन क्षेत्र में मिलेगा जैसे कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, आसाम, इत्यादि पहाड़ी क्षेत्र में मिलेगा। इसकी ऊंचाई (deodar tree height) करीब 40 फीट से लेकर 200 – 250 फीट तक भी हो सकती है । यह लार्ज एवरग्रीन कोनिफर ट्री (Large Evergreen Conifer Tree) है , यानि सदाबहार है। इसकी पत्तियां सुई की तरह नुकीली होती है। पहाड़ी एरिया में कई बार डॉक्टर्स जल्दी से डॉक्टर सही समय पर उपलब्ध नहीं हो पाते हैं तो ऐसे पेड़ पौधे ही उनके लिए वरदान की तरह काम करते है। deodar tree
“ट्री ऑफ गॉड” – देवदार (deodar cedar tree)
क्या आप जानते हैं देवदार के पेड़ को Tree of God भी बोला जाता है, तो सोचिये कितना फायदेमंद है ये पेड़। देवदार – देव यानि भगवन और दर यानि लकड़ी, लोग इस पेड़ में भगवन का वास मानते हैं । और क्यूँ ना माने, इसके सेहत के लिए फायदे जानकार आप भी इस पर विश्वास करेंगे।
ऐसा माना जाता है की पुराने समय में ऋषि मुनि इसी पेड़ के नीचे भगवान् की तपस्या किया करते थे । यानि ये पेड़ सदियों से अपनी छाया के साथ – साथ सेहत के फायदे दे रहा है । आयुर्वेद में भी बताया जाता है की ये पेड़ कम से कम 100 सालों या कई बार 200 सालों तक जिंदा रह सकता है। और जितना पुराना पेड़ होता है उसमे औषधीय गुण उतने ही बढ़ जाते हैं । देवदार के पेड़ की छाल, फल, जड़ और काठ सभी का इस्तेमाल अलग अलग समस्याओं में राहत पाने के लिए किया जाता है।
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देवदार की लकड़ी का उपयोग कैसे करें? इसकी मजबूत देवदार की लकड़ी फर्नीचर, रेलवे लाइन्स वगेहरा बनाने के काम भी आती है। यहाँ तक की पहाड़ी एरिया में तो इसकी लकड़ी से घर, छत भी बनाई जाती है। देवदार की लकड़ी कीमत 2,000 रुपये प्रति घन फीट से शुरू होता है। deodar tree
देवदार पेड़ के फायदे (Deodar cedar health benefits)
देवदार पेंड़ के कई अनगीनत लाभ है। इसके कुछ फायदे नीचे बताए गए हैं।
- आर्थराइटिस और सरदर्द में कारगर – देवदार आयल यानि देवदार से तेल भी निकाला जाता है जिसका इस्तेमाल आर्थराइटिस से लेकर सर दर्द, माइग्रेन के दर्द में राहत के लिए किया जाता है। देवदारु के तेल की 1-2 बूंद किसी भी तेल जैसे नारियल, जैतून , बादाम के तेल में मिलाकर सर पर मालिश करें आपको आराम मिलेगा।
- सांस से जुड़ी समस्या में फायदेमंद – सांस लेने में परेशानी जैसे अस्थमा , कम सांस आना या सांस से सम्बंधित कोई भी समस्या से जूझ रहे हों तो भी दोदार का तेल आपके लिए फायदेमंद है।
- अरोमाथेरेपी – आप इस तेल को अरोमाथेरेपी में भी इस्तेमाल कर सकते हैं .. देवदार तेल की 1 से 2 बूंदे गुनगुने पानी में डालकर स्टीम ले सकते हैं या नहाने के पानी में मिलाकर उपयोग करें।
- ब्रेन और नर्वस सिस्टम के लिए लाभदायक – देवदार अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों की वजह से ये आपके इम्यून सिस्टम को मजबूती देने में मददगार है । आयुर्वेद में इसे नेचुरल सीडेटिव माना जाता है इसीलिए इसका इस्तेमाल नींद ना आने की समस्या , स्ट्रेस , एंग्जायटी या अरोमाथेरेपी में इस्तेमाल किया जाता है , ये सेरोटोनिन को सेरोटोनिन में बदल कर आपके ब्रेन और नर्वस सिस्टम को शांत करने में मदद कर सकती है। मेलाटोनिन आपके ब्रेन और नर्वस सिस्टम के लिए एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करके उसे शांत करके स्लीप डिसऑर्डर , आइसोमनिया और बाकि समस्याओं में आराम दिलाता है।
- एलिफेंटियासिस यानि हाथीपाँव में फायदेमंद – यहाँ तक की जिन्हें एलिफेंटियासिस यानि हाथीपाँव की समस्या है उन्हें इसके पत्तों और छाल के पाउडर का पेस्ट लगाने और इसकी लकड़ी के चूर्ण को खाने की सलाह दी जाती है । इस समस्या को लिम्फैटिक फाइलेरियासिस भी कहा जाता है। deodar tree
देवदार की लकड़ी के अन्य फायदे (deodar tree in hindi)
इसके अलावा देवदार में बाकी अलग अलग जडीबुटीयों के साथ मिलाकर भी कई समस्याओं में राहत मिलती है। (uses of deodar tree)
- पेट की समस्या में फायदेमंद – जैसे अगर आपको पेट में जलन या ब्लोटिंग की समस्या अक्सर रहती है और कैसे भी ठीक नहीं हो रही तो आप – देवदार , सहजन यानि drumstick और अपामार्ग के पाउडर की 1- 1 teaspoon की मात्रा को मिलाकर गौ अर्क या गुनगुने पानी के साथ खाएं , आपको आराम मिलेगा। अपामार्ग क्या होता है , इसकी सारी जानकारी आपको हमारे चैनल पर मिल जाएगी , लिंक आपको यहाँ i बटन और नीचे डिस्क्रिप्शन बॉक्स में भी मिल जायेगा। deodar tree
- जोड़ों के दर्द का उपाय – जोड़ों में दर्द की समस्या में देवदार , पुनर्नवा, और प्रसारनी के पत्तों का पेस्ट बनाकर जिस जोड़ में दर्द रहता है वहां लगाएं , आराम ज़रूर मिलेगा । ये इन तीनो का पाउडर 1- 1 teaspoon मिलाकर पानी के साथ पी भी सकते हैं ।
- त्वचा की समस्यों का इलाज – स्किन प्रॉब्लम, रशेस, दाद, खुजली की समस्या में देवदार के पत्तों या पाउडर को नीम के पत्ते या पाउडर के साथ मिलाकर पेस्ट बनाकर लगायेंगे तो आराम मिलेगा ।
- देवदारवारिष्ट – आयुर्वेद में दयोदार से बनने वाला एक नियमन है जिसे देवदारवारिष्ट(devadarvarishtam) बोला जाता है ।
- डिस्यूरिया, ल्यूकोरिया, एक्जिमा इत्यादि में फायदेमंद – इसका उपयोग अपच, कब्ज़, पाइल्स, कुअवशोषण सिंड्रोम (यानि जिस समस्या में बॉडी खाने के नुट्रीएन्ट अवशोषित नहीं कर पाती है), flatulence (यानी ज्यादा गैस पास करने की समस्या) , यूरिन से जुडी समस्याएं जैसे – डिस्यूरिया या फिर बुखार, ल्यूकोरिया, गर्भाशय संबंधी विकार, स्किन से जुडी समस्याएं जैसे pruritus (यानि itching), एक्जिमा, ब्लड डिटॉक्सिफिकेशन, सोरायसिस, का इलाज करने में किया जाता है । लेकिन ये कैसे और कितना लेना है ये आपको किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श करके ही लेना है जो आपकी समस्या देखकर ही आपको डोज के बारे में बतायेंगे ।
- डैंड्रफ, ड्राई स्कैल्प, हेयरफॉल, घुंघराले बाल, दोमुंहे बाल से छुटकारा – देवदार की छाल को पानी में उबालकर उससे बाल धोने से डैंड्रफ, ड्राई स्कैल्प, हेयरफॉल, घुंघराले बाल, दोमुंहे बाल, की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
- होम डेकोर में इस्तेमाल – देवदार के फूल को होम डेकोर में बड़े पैमाने में इस्तेमाल किया जाता है, इसका भी एक बड़ा मार्किट है।
- कान की समस्याओं का इलाज – कान की सबसे सामान्य समस्या है सुनने की क्षमता का कम होना। कई बार चोट लगने या फिर दवाओं के संक्रमण से सुनने की क्षमता प्रभावित हो जाती है। इसके कारण वेस्टीब्यूबलोकोक्लीयर (vestibulocochlear) नर्व क्षतिग्रस्त हो जाती है और इसके कारण दिमाग को सही संदेश नहीं मिल पाते जिससे सुनने में कठिनाई होती है। ऐसे में एंटीऑक्सीडेंट युक्त चीज़ों का सेवन मदद कर सकता है , जिसमे देवदार भी शामिल है, देवदार की छाल फायदा पहुंचाती है। यह प्राकृतिक औषधि है जो सुनने की क्षमता को बढ़ाती है। लेकिन अगर आप पहले से इस समस्या का कोई ट्रीटमेंट या दवाएं ले रहे हैं तो डॉक्टर का कंसलटेशन बेहद ज़रूरी है क्योंकि कई बार दवाएं आपस में रियेक्ट कर जाती है। ये समझना बहुत ज़रूरी है की सबका शरीर अलग होता है और हर चीज़ के लिए अलग तरह से रियेक्ट कर सकता है इसीलिए हर चीज़ में अतिहात बरतना ज़रूरी है। किसी भी नई चीज़, औषिधि, जड़ीबूटी , हेल्दी खाना धीरे – धीरे डाइट में शामिल करें और किसी भी बदलाव को नोटिस करते रहें , फिर धीरे–धीरे ही डोज बढ़ाएं। deodar tree
अब बात करते हैं, आजकल बहुत आम लेकिन बेहद नुकसानदायक बीमारी यानि डायबिटीज पर। ब्लड शुगर(blood sugar) को नियंत्रित रखना बेहद ज़रूरी है नहीं तो ये शरीर के अबकी ऑर्गन पर असर डालता है। देवदार की छाल को इस मामले में बहुत फायदेमंद माना जाता है। एक शोध की मानें तो देवदार की छाल से बने पाउडर के प्रयोग से ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है । मधुमेह के रोगियों के लिए यह बहुत ही गुणकारी औषधि है। इसकी एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टीज की वजह से देवदार आयल घाव पर लगाने से इन्फेक्शन को फैलने से रोका जा सकता है।
देवदार का इस्तेमाल कैसे करें?
अब अगर इसको लेने की dose की बात करें तो आप निम्नलिखित तरीके से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं:-
- अगर आप पाउडर या चूर्ण ले रहे है तो ½ से 1 teaspoon खाने के बाद पानी में मिक्स करके ले सकते हैं।
- Decoction यानी काढ़ा बनाकर ले रहे हैं तो पानी में 6-7 teaspoons आधा रह जाने तक उबाले और फिर इसका आधा कप 1 ग्लास पानी में डालकर खाना खाने के बाद पी लें।
- कैप्सूल ले रहे हैं तो 1 कैप्सूल डेली खाने के बाद काफी है ।
- आयल की 5-10 drops नारियल , बादाम , जैतून के तेल में मिलाकर forehead पर लगा सकते हैं ।
- इसके पत्तों या छाल का पेस्ट बनाने के लिए 2 से 3 teaspoons पाउडर लेकर पेस्ट बनाकर सीधा घाव , जोड़ों या प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं।
- आप इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर सीधा स्किन पर भी लगा सकते हैं।
प्रेगनेंसी और ब्रैस्टफीडिंग महिलाएं देवदार या किसी भी जडीबुटी के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह लें तो बेहतर है। जिनका BP हाई रहता है वो भी इसे लेना अवॉयड करें। deodar tree