सर्दियों का मौसम आ गया है और गुड़-तिल अपने भाव में आ चुके हैं। सर्दियों में इन दोनों चीज सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। अगर तिल और गुड़ का सही तरीके से सेवन किया जाए तो फायदे कई गुना बढ़ जाते हैं। यहां तक की ठंड के दिनों में गुड़ और तिल से बनी “तिलकुट” डिश बिहार में काफी फेमस है, यह खासकर बिहार के गया जिले में बनाई जाती है। खैर, हम जो भी चीज खाते हैं उसका असर हमारे सेहत पर पड़ता है, इसलिए आपने देखा होगा कि हमेशा मौसमी चीजों को ज्यादा खाने की सलाह दी जाती है। Til
ऐसे में ठंड के दिनों में अपने डाइट में उन चीजों को शामिल करें, जिनकी तासीर गर्म होती है, जिनके खाने से शरीर में गर्म बनी रहे। इस दौरान बाजर में मूंगफली, गजक, तिलकुट, तिल के लड्डू इत्यादि बहुत बिकते हैं, जिसे बनाने के लिए तिल और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। तो चलिए जानते हैं, तिल और गुड़ खाने के फायदे बहुत है, इसका एक साथ सेवन करने से हमारे शरीर को क्या फायदे होते हैं। यह कैसे हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। Til
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तिल और गुड़ खाने के फायदे क्या है?
सर्दी शुरू हो गई है और हमें इम्यूनिटी की ज्यादा जरूरत है। क्यों क्योंकि सर्दियों में अक्सर सर्दी, खांसी और बुखार हो जाता है। और जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उन्हें विशेष रूप से अपने आहार पर अधिक ध्यान देना चाहिए। उन्हें ऐसी चीजें खानी चाहिए जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े। अब आप देखिए, पहले जो लोग थे, हमसे पहले की पीढ़ी के लोग थे, दादा-दादी, नाना-नानी, उनकी इम्यूनिटी इतनी मजबूत होने के साथ वो शारीरिक रूप से भी मजबूत थे। क्यों क्योंकि सर्दियां आते ही वे अपने खान-पान में बदलाव करते थे, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती थी और शरीर भी स्वस्थ रहता था।
- तिल और गुड़ का कॉम्बिनेशन, आज की पीढ़ी के उन लोगों के लिए जो मानते हैं कि इसमें बहुत अधिक वसा होती है, जिसका मतलब है कि हमारा वजन बढ़ेगा, यह अस्वास्थ्यकर है। तो नहीं दोस्तों यह बिल्कुल भी अनहेल्दी नहीं है। बस इसके बारे में आपको पता होना चाहिए कि इसे कैसे खाना चाहिए। इन्हें खाने का सही तरीका क्या है, जिससे आप अस्वस्थ महसूस नहीं करेंगे और आपका वजन भी नहीं बढ़ेगा। Til
- क्या आप लोग ऐसे शहर में रहते हैं जहां प्रदूषण का स्तर बहुत ज़्यादा है? क्या आप जानते हैं प्रदूषण हमारे फेफड़ों पर असर डालता है. अगर आपके फेफड़े साफ हैं तो आपको सांस लेने में कोई समस्या नहीं होगी। इसलिए गुड़ और तिल बहुत जरूरी हो जाते हैं. क्योंकि यह प्राकृतिक सफाई एजेंट के रूप में कार्य करता है। साथ ही यह आपको सांस संबंधी समस्याओं से भी बचाएगा। क्योंकि इसमें ऐसे यौगिक होते हैं जो अस्थमा, ब्रोंकाइटिस से संबंधित बीमारियों पर काम करते हैं, यह प्राकृतिक रूप से फेफड़ों को डिटॉक्सीफाई करता है।
- यदि हम तिल गुड़ खाने के तरीकों पर विचार करें; तो आप तिल को भूनकर नाश्ते के तौर पर खा सकते हैं या फिर अगर आप आटा गूंथ रहे हैं तो उसमें तिल मिला लें, अगर आप कोई सब्जी बना रहे हैं तो उसमें भी तिल डाल दें। इसके साथ ही आप तिल गुड़ की कलछी भी खा सकते हैं। लेकिन कई लोगों का यह भी मानना है कि लड्डू खाने से वजन बढ़ता है क्योंकि इसमें घी होता है; लेकिन ऐसा नहीं है, सर्दियों में हमारी हड्डियों को घी की बहुत जरूरत होती है, मजबूत रहने के लिए थोड़ा घी खाना अच्छा होता है। और आपको हर दिन 5-6 लडडू नहीं खाना है, एक लडडू ही काफी है. और सारा दिन काम करोगे तो वह घी खा जायेगा। लेकिन अगर आप फिर भी लड्डू नहीं खाना चाहते तो आप तिल गुड़ की गजक भी खा सकते हैं; इसमें घी नहीं होता है। आप चीनी की जगह गुड़ की चाय भी पी सकते हैं। Til
- अगर आप अपनी इम्यूनिटी को मजबूत रखना चाहते हैं तो आपको अपने आहार में तिल और गुड़ दोनों को शामिल करना होगा। दोनों में विटामिन और खनिज होते हैं जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करके आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देंगे। इसके अलावा यह आपको यह भी बताता है; तिल और गुड़ की तासीर गर्म होती है जो आपके शरीर को अंदरूनी तौर पर गर्म रखेगा; और शरीर अंदर से गर्म रहेगा और सर्दी, खांसी और बुखार होने की संभावना भी कम होगी।
- .अगर आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को डायबिटीज या दिल से जुड़ी कोई समस्या है तो उन्हें अपने खान-पान पर पूरा ध्यान देना होगा। और डॉक्टर कहते हैं कि मीठा मत खाओ, ज्यादा तेल वाला मत खाओ। कई प्रकार के भोजन पर प्रतिबंध है। इस तरह हमें भी क्रेविंग होती है. लेकिन गुड़ और तिल दोनों में मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है; जो आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे हैं। आपको बता दें गुड़ एक प्राकृतिक स्वीटनर है जो आपको उस तरह से नुकसान नहीं पहुंचाता है। वहीं, मोनोअनसैचुरेटेड फैट आपके खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके आपके दिल को स्वस्थ रखता है। कभी-कभी अगर आप अपने आहार में तिल और गुड़ को एक साथ शामिल करते हैं, तो यह आपके दिल को स्वस्थ रखेगा और आपकी मीठे की लालसा को भी कम करेगा। Til
- दोस्तों सर्दी के मौसम में अक्सर हमारी हड्डियां अकड़ जाती हैं। इसका मतलब है कि जब आप बैठते हैं तो उठ नहीं पाते हैं, जोड़ों और हड्डियों में बहुत दर्द होता है। ऐसे में हमें कैल्शियम की जरूरत होती है; और तिल के बीज में कैल्शियम होता है। ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें दूध पीना पसंद नहीं है या फिर छोटे बच्चे भी हैं जिन्हें दिन भर के लिए पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिल पाता है। तो अगर आपके बच्चे और आप भी एक चम्मच तिल गुड़ खाएंगे तो आपका शरीर कैल्शियम से भरपूर रहेगा। Til
- हममें से कई महिलाएं ऐसी हैं जिनमें आयरन की कमी होती है और उन्हें पता भी नहीं चलता; लेकिन उन्हें रोजमर्रा के काम की थकान महसूस हो रही होगी। हमारे शरीर को जितनी आयरन की जरूरत होती है, हम उसे भी पूरा नहीं कर पाते। इससे एनीमिया की समस्या हो जाती है।
- यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम अपने आहार में ऐसी चीजें शामिल करें जो हमारे शरीर में आयरन की कमी न होने दें; और उन्हीं में से एक है तिल गुड़। देखिए, हम ऐसी बहुत सी चीजें बता रहे हैं जिनमें आयरन होता है, पालक है, हरी सब्जियां हैं, फल हैं, लेकिन हम आपको एक और विकल्प दे रहे हैं, तिल और गुड़। यूं देखा जाए तो तिल की पौष्टिकता पर्याप्त है। और उसके लिए गुड़ ही काफी है. लेकिन जब दोनों मौजूद होते हैं, तो उनका पोषक मूल्य बढ़ जाता है।
- तिल गुड़ आपकी त्वचा और बालों के लिए बहुत अच्छा होता है। हमारी त्वचा चमकदार बनी रहे, हमारे बाल मजबूत रहें और झड़ें नहीं, इसके लिए हमें अपने आहार में विटामिन ई और जिंक को शामिल करना होगा, जिसे हम छोड़ देते हैं। इसलिए अगर आप तिल गुड़ सिर्फ सर्दियों में ही नहीं बल्कि गर्मियों में भी खाते हैं तो यह आपकी त्वचा और बालों के लिए अच्छा होता है। Til
- जो लोग प्रोटीन सप्लीमेंट लेते हैं, वे शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए बाहर से प्रोटीन लेते हैं, इसमें कुछ प्रिजर्वेटिव होते हैं; इसलिए बेहतर है कि हम प्राकृतिक भोजन की ओर रुख करें; इन्हीं में से एक है तिल और गुड़। ये बैटर के विकल्प भी हैं और आपके शरीर में प्रोटीन की कमी भी पूरी करेंगे और फायदा भी देंगे।
लेकिन यह ध्यान जरूर रखें कि सभी लोगों के शरीर की प्रकृति अलग-अलग होती हैं। ऐसे में हो सकता है की कई लोगों को यह सूट न करे या आवश्यकता से ज्यादा खाने पर यह हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है तो इसे नियमित रूप से खाने से पहले विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें। Til
तिल के लड्डू कैसे बनाते हैं ?
ठंड के दिनों में तिल और गुड़ से कई तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। इसमें लड्डू, गजक, तिलकुट इत्यादि शामिल है। सर्दियों के दिनों में अपने प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए काले तिल या सफेद तिल और गु़ड़ से तैयार लड्डू खाना चाहिए। इससे आपको बहुत फायदा मिलता है। ऐसा भी नहीं है कि तिल के लड्डू को बनाना बहुत मुश्किल वाला काम है, यह बहुत आसान है। आइए जानते हैं, तिल गुड़ के लड्डू बनाने की विधि क्या है या तिल गुड़ के लड्डू की रेसिपी क्या है।
तिल के लड्डू बनाने के लिए क्या चाहिए?
क्या आप जानते हैं, गुड़ और तिल के लड्डू कैसे बनाते हैं? गुड़ और तिल के लड्डू को बहुत ही आसानी से घर पर बनाया जा सकता है। सबसे पहले देखें, लड्डू बनाने के लिए सामग्री:-
- 250 ग्राम सफेद या काला तिल (2 कप)
- 250 ग्राम गुड़ (1 कप)
- छोटी इलाइची – 7 से 8 (पिसी हुई
- बादाम- 2 टेबल स्पून
- काजू- 2 टेबल स्पून
- घी 2 छोटे चम्मच
- एक कड़ाही
तिल के लड्डू बनाने की विधि क्या है?
तिल के लड्डू बनाने की विधि कई सारे हैं। सभी को अपने सहुलियत के हिसाब से बनाया जा सकता है। सामान्य तिल गुड़ के लड्डू बनाने की विधि इस प्रकार है:-
- सबसे पहले तील को अच्छी तरह से साफ कर लें।
- उसके बाद मध्यम फ्लेम पर कड़ाही चढ़ाएं।
- उसके बाद उसी फ्लेम पर तिल के ब्राउन होने तक चलाते हुए भूनें।
- जैसे ही तिल से चटकने की आवाज आनी शुरू हो जाए और उसका रंग सुनहरा हो जाए, तो फ्लेम को बंद कर दें और तिल को ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
- तिल को ठंडा होने के बाद मिक्सर में दरदरा पीस लें।
- अब दूसरी बार कड़ाही गर्म करें और मध्यम फ्लेम पर गुड़ के टुकड़े को कड़ाही में पिघलने दें।
- अब पिघले हुए गुड़ को हल्का ठंडा होने दे और उसमें तिल और घी डालकर अच्छे से मिला लें।
- इसी के साथ बारिक कटे हुए बादाम और काजू को भी मिक्स करें।
- अब आपका लड्डू बनाने के लिए मश्रण तैयार हो चुका है, उसे एक बर्तन में निकाल लें और लड्डू बनाने की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
तो ये है तिल गुड़ के लड्डू की रेसिपी। बहुत ही आसान तरीके से आप जान सकते हैं कि तिल के लड्डू कैसे बनाते हैं।