दुनिया अभी कोरोना वायरस से पूरी तरह ठीक ही नहीं हुई है कि अब एक और खतरनाक वायरस ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है। WHO ने भी अब इस वायरस के प्रकोप को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर दिया है। जी हां, हम बात कर रहे हैं मंकी पॉक्स की, जिसके मामले अब केरल के बाद दिल्ली में भी दस्तक दे चुके हैं। मंकी पॉक्स अब तक दुनिया के 75 देशों में फैल कर स्वास्थ्य विभाग के चिंता को बढ़ा दिया है। वर्तमान डाटा के अनुसार दुनिया भर में अबतक मंकी पॉक्स के कुल 16,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं जिसमें भारत के भी 4 मामले शामिल हैं। Monkeypox
मंकी पॉक्स क्या है? What is monkeypox?
मंकी पॉक्स एक दुर्लभ बीमारी हैं जो चेचक या चिकन पॉक्स की तरह हीं दिखाई देता है। मंकी पॉक्स सबसे पहले 1958 में बंदरों में दिखाई दिया था, जिसके बाद इसे मंकी पॉक्स कहा गया। इसके बाद 1970 में यह बीमारी एक इंसान में पहली बार देखी गई थी। आप यह भी जान लें कि, मंकी पॉक्स वायरस के दो स्ट्रेन्स हैं – पहला कांगो स्ट्रेन और दूसरा पश्चिम अफ्रीकी स्ट्रेन। Monkeypox
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मंकी पॉक्स के क्या कारण हैं? cause of monkeypox?
मंकी पॉक्स एक संक्रामक बीमारी है, जो एक व्य्क्ति से दूसरे व्यक्ति में बड़ी आसानी से फैलता है। यदि आप मंकी पॉक्स से संक्रमित किसी भी व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आते हैं तो यह बीमारी आपको भी हो सकती है। यह बीमारी वायरस से दूषित सामग्री के जरिए भी फैलता है। यह बीमारी शरीर के तरल पदार्थ, घाव, ड्रोपलेट और दूषित वस्तु जैसे बिस्तर आदि के माध्यम से भी फैलता है। Monkeypox
मंकी पॉक्स के लक्षण क्या है? symptoms of monkeypox?
मंकी पॉक्स के लक्षण बहुत जल्द दिखने लगते हैं। इसमें सबसे पहले बुखार आ सकता है। इसके बाद मांसपेशियों में जकड़न, दर्द और कमजोरी लगने लगती है। इसके बाद बीमारी धीरे-धीरे गंभीर हो सकती है। और भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मंकी पॉक्स की सबसे बड़ी पहचान लिम्फ नोड्स में सूजन है। इसके लक्षण हैं:-
- सिर दर्द
- बुखार
- थकावट
- मांसपेशियों में दर्द
- ठंड लगना
- लसिका ग्रंथियों का सूज जाना(Swollen Lymph Nodes)
मंकी पॉक्स चेचक या चिकन पॉक्स में क्या अंतर है? How is monkeypox different from smallpox or chickenpox?
मंकि पॉक्स और चिकन पॉक्स में ज्यादा अंतर नहीं है। दोनो के लक्षण और परेशानियां काफी समान हैं। सिर्फ एक लक्षण हैं जो चेचक या चिकन पॉक्स से जरा हट कर है वो है लिम्फ नोड्स में आई सूजन। मंकी पॉक्स होने पर शरीर में फफोले होते हैं जो की चिकनपॉक्स में भी होते हैं लेकिन लिम्फ नोड्स में सूजन मंकी पॉक्स की सबसे बड़ी पहचान है। Monkeypox
मंकी पॉक्स का निदान कैसे होता है? How is monkeypox diagnosed?
मंकी पॉक्स का निदान टिश्यू सैंपल के द्वारा किया जाता है। निदान से हमें उपचार मिलता है। यदि ज्यादा गंभीर नहीं हुआ तो मंकी पॉक्स दो से तीन सप्ताह में अपने आप ठीक भी हो सकता है। Monkeypox
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