प्रेग्नेंसी ब्रेन क्या है? गर्भावस्था में भूलने की बीमारी क्यों होती है?

प्रेग्नेंसी ब्रेन क्या है? गर्भावस्था में भूलने की बीमारी क्यों होती है?
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मां बनना दुनिया का सबसे खूबसूरत अहसास में से एक है। यह जितना खूबसूरत है, उतना ही कठीन भी है। महिलाओं को प्रकृति से मां बनने का वरदान मिला है, लेकिन इसे पाने के लिए उन्हें कई समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है। Pregnancy Brain

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे वो गुजर रही होती हैं। और इसका डायरेक्ट असर महिल के शारीरिक और मानसिक सवास्थ्य पर पड़ता है। ऐसा ही एक बदलाव प्रेग्नेंसी में 81% महिलाओं में देखने को मिलता है, जिसे प्रेग्नेंसी ब्रेन, ब्रेन फोग या मेमोरी ब्रेन के नाम से जानते हैं। आइए जानते हैं, ब्रेन फोग या मेमोरी ब्रेन क्या है, इसके लक्षण और कारण क्या है, ब्रेन फोग को कैसे ठीक करें। Pregnancy Brain

प्रगनेंसी ब्रेन क्या है?

गर्भावस्था का असर न केवल महिला के शरीर पर पड़ता है, बल्की उसके मस्तिष्क पर भी उतना ही गहरा असर होता है। नौ महीनों बच्चे को पेट में रखने के दौरान वह कई तरह के शारीरिक और मानसिक कष्ट सहती है। धैर्य की परीक्षा देती है, कई त्याग करती हैं और तब जाकर उसकी गोद में होती है एक नई ‘जिंदगी’।

प्रेग्नेंसी और पेरेंटहुड का असर जब महिला के दिमाग पर पड़ता है तो उसे ‘प्रेग्नेंसी ब्रेन’ कहा जाता है। इसे कई नामों से जानते हैं जैसे- ‘मम्मी ब्रेन’, ब्रेन फॉग, मॉमनेशिया, इत्यादि।

दरअसल, गर्भावस्था के दौरान जिस महिला को प्रेग्नेंसी ब्रेन होता है, उनकी याददाश्त थोड़ी कमजोर हो जाती है। और फिर वह चीजें जल्दी-जल्दी भूलने लगती है। बहुत सी महिलाएं गर्भावस्था के दौरान और उसके बाद इस समस्या से जूझ रही होती हैं। लेकिन इसके बारे न तो उन्हें सही जानकारी होती है और न ही वे किसी को यह बता पाती हैं।

प्रग्नेंसी ब्रेन जिसे ब्रेन फॉग या मॉमी ब्रेन भी कहते हैं  एक वास्तविक स्थिती है | दरह्सल प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओ में कई कोग्नेटिव परिवर्तन आते हैं | जैसे भूलने की आदत, याददाश्त कमजोर होना, ध्यान केंद्रित करने, इत्यादि में दिक्कत होना , दिमाग स्थिर नहीं होना या चिडचिडापन, नींद आने में दिक्कत, इत्यादि।

प्रेग्नेंसी ब्रेन की शुरुआत गर्भावस्था के पहले तीन-चार महीने से शुरु हो सकती है। कई बार यह कुछ महिनों में ठीक हो जाती है लेकिन कई बार यह ज्यादा समय तक रह सकती है। हलाकि ज़रूरी नहीं की समस्या हर प्रेग्नेंट महिला को हो और अगर होती है तो ये अल्पकालिक समस्या है जो धीरे धीरे ठीक हो जाती है। लेकिन इसके लिए प्रेगनेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद महिला को मेंटली और फिजिकली सपोर्ट की ज़रूरत होती है | 

चलिए अब बात करते हैं की ये समस्या होती क्यों है : 

प्रेग्नेंसी ब्रेन या ब्रेन फोग के कारण क्या है?

प्रग्नेंसी ब्रेन के कारण निम्नलिखित है:-

  • कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान ब्रेन में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का लेवल 20 से 40 गुना तक बढ़ जाता है। इन हार्मोन्स की एक्सेस आपके ब्रेन के नर्व पर असर डालते हैं जो अंत में आपके दिमाग पर असर डालते हैं |  
  • कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान असहजता, शरीर में तरह – तरह के बदलाव की वजह से नींद पर असर पड़ता है इसकी वजह से भी ब्रेन फॉग की समस्या हो जाती है | 
  • प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओ के लिए स्ट्रेस से दूर रहना थोडा मुश्किल होता है, ऐसे में स्ट्रेस, व्याकुलता भी प्रग्नेंसी ब्रेन का कारण बन जाता हैं | 
  • 8 घंटे का प्रोपर निंद लें,  जिससे आपके ब्रेन को आराम मिलेगा, जो की गर्भावस्था में बहुत जरूरी है। क्योंकि गर्भावस्था में महिलाएं अपने होने वाले बच्चे के बारे में ज्यादा सोचती है, टेंशन लेती है, ऐसे में एक्टिविटी बढ़ जाती है, ऐसे में ब्रेन तो आराम देना बहुत जरूरी है, तो टेंशन कम से कम ले और निंद भरपूर लें।

प्रग्नेंसी ब्रेन में क्या खाएं?

अपनी डाइट में वो चीज़ें बढ़ानी हैं जिसमें ज्यादा मात्रा में एंटी-ऑक्सिडेंट और विटामिन्स हो जैसे : Pregnancy Brain

  • सेल्मन और फैटी फीश
  • ब्लूबेरिज
  • अंडा
  • पालक

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