रेगुलर पीरियड्स के लिए घरेलू उपचार क्या हैं?
दालचीनी के साथ उबला पानी पीने से शरीर की गर्मी बढ़ती है:
यह कारक आपके मासिक धर्म चक्र की नियमितता में सुधार और मासिक धर्म में ऐंठन को कम करने में फायदेमंद हो सकता है। दालचीनी में एंटीस्पास्मोडिक और एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो इंसुलिन के स्तर को विनियमित करने में मदद करते हैं जो एक नियमित प्रवाह में मदद करता है।
कच्चे पपीते:
हल्दी:
अदरक:
अदरक का उपयोग एक महत्वपूर्ण पाक सामग्री के रूप में बड़े पैमाने पर किया जाता है, लेकिन इसके कई औषधीय उपयोग भी हैं। यह मासिक धर्म की परेशानी को दूर करने और अनियमित मासिक चक्र को सामान्य करने में काम आता है। अदरक में मौजूद खनिज, विटामिन और अमीनो एसिड पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण में सुधार करते हैं और इस तरह मासिक धर्म को बढ़ावा देते हैं और पपड़ी या विलंबित अवधि को सामान्य करते हैं।
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तुलसी:
मासिक धर्म के दर्द और ऐंठन को कम करने और अनियमितताओं को दूर करने के लिए तुलसी एक और बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी है। तुलसी में कैफिक एसिड होता है, जिसकी उपस्थिति में दर्द-निवारक गुण होते हैं। आप कुचल तुलसी के पत्तों का एक चम्मच जोड़ सकते हैं और एक कप पानी में उबाल सकते हैं और शंकु पी सकते हैं।
सौंफ:
जीरा:
सारांश: कच्चे पपीते, उबले हुए पानी, अदरक, एलोवेरा, जीरा, सौंफ, तुलसी, हल्दी का सेवन करके पीरियड्स को नियमित किया जा सकता है। साथ हीं नियमित रूप से व्यायाम करने की कोशिश करें।
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