Yoga: 12 चरणों में ऐसे करें सूर्य नमस्कार, जानें इसे करने का सही तरीका और बेहतरीन फायदे

Yoga: 12 चरणों में ऐसे करें सूर्य नमस्कार, जानें इसे करने का सही तरीका और बेहतरीन फायदे
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आज हम इस लेख में बात करने जा रहे हैं- शरीर, मन और भावनाओं को बैलेंस करने वाले योगा के बारे में, योगा और एक्सरसाइज न केवल शरीर को हेल्दी रखने के लिए जरूरी होता हैं बल्कि दिमाग को फिट रखने के लिए भी उतना ही जरूरी है। क्या आप जानते हैं सूर्य नमस्कार से आपको कितना फायदा होता है? इसे कैसे और कितने स्टेप्स में करते हैं? इसे करने का सही समय क्या होता है? आइए जानते हैं तन, मन और आत्मा को हेल्दी रखने वाले सर्वश्रेष्ठ योगासन सूर्य नमस्कार के बारे में विस्तार से। 

वैसे तो आप सभी को पता ही होगा कि सुर्य ऊर्जा का सबसे बड़ा श्रोत होता है और सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। यदि आप योगा कि शुरूआत कर ही रहें हैं तो सूर्य नमस्कार सबसे बेहतर योगा माना जाता है। यह आपको एक साथ 12 योगास्नों का फायदा पहुंचाता है और इसीलिए इसे सर्वश्रेष्ठ योगासन भी कहा जाता है। अगर आप रोजाना नियम से सूर्य नमस्कार के बारह स्टेप्स करेंगे तो आपको और किसी दूसरे योगा और एक्सरसाइज की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। सूर्य-नमस्कार को डेली रूटीन में अपना कर कोई भी फिजिकली और मेंटली काफी एनर्जेटिक और एक्टिव रह सकता है। यह आपके मेमोरी पावर को भी खूब बुस्ट करता है और कोन्सेन्ट्रेशन पावर बढ़ाता है।

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सूर्य नमस्कार से होने वाले फायदे

  • सूर्य नमस्कार आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
  • यह आपको मानसिक तौर पर मजबूत बनाता है। यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो सूर्य नमस्कार से आपका वजन भी कम होता है। यह आपके पाचन और भूख में सुधार करता है।
  • सूर्य नमस्कार करते समय स्ट्रेचिंग से मांसपेशी और लीगामेंट के साथ रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और कमर लचीला होता है। इसे करने से आपकी स्मरण शक्ती बढ़ती है और नर्व सिस्टम शांत रहता है, जिससे एंक्जायटी और डिप्रेशन दूर होता है।
  • सूर्य नमस्कार करने के दौरान सांस लेने और छोड़ने से पूरे खून में ऑक्सीजन स्पलाइ होता है, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड के साथ जहरीली गैस से छुटकारा मिलती है, यानी बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।
  • इससे स्किन डिजीज कि संभावना दूर होती है, जिससे आपके स्किन या फेस पर ग्लो बना रहता है।
  • सूर्य नमस्कार शरीर के सभी जरूरी ग्लैड्स को जैसे- पिट्यूटरी, थायरॉइड, लीवर, पैंक्रियाज, ओवरी आदि को बैलेंस करने में मदद करता है।
  • इसे नियमित रूप से करने वाले व्यक्ति में हार्ट डिजीज, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, अर्थराइटीस जैसी समस्याओं के होने की आशंका बहुत कम होती है

अब आपको बताते हैं कि सूर्य नमस्कार कैसे करें… क्यों की इसमें कुल 12 आसन एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। आप इसे सुबह ताज़ी हवा में खाली पेट कर सकते हैं, और शुरुआत में इसे धीरे-धीरे करें।

तो सबसे पहला होता है
1– प्रणामासन (The Prayer Pose)
2- हस्त उत्तानासन (Raised Arms Pose)
3- पादहस्तासन(Standing Forward Bend Pose)
4- अश्व संचालनासन (Equestrian Pose)
5- दंडासन (Staff Pose)
6- अष्टांग नमस्कार (Eight Limbed pose or Caterpillar pose)
7- भुजंगासन (Cobra Pose)
8- अधोमुक्त श्वानासन (Downward-facing Dog Pose)
9- अश्व संचालनासन (Equestrian Pose)
10- पादहस्तासन (Hand Under Foot Pose)
11-हस्त उत्तानासन (Raised Arms Pose)
12- प्रणामासन The Prayer Pose)

अब आप यह भी जान लें कि सूर्य नमस्कार किसे नहीं करना चाहिए…

  • तो प्रिगनेंट लेडी यानी प्रिगनेंसी के 3 महिने के बाद से इसे नहीं करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर या हार्निया के पेशेंट को सूर्य नमस्कार नहीं करने की सलाह दी जाती है।
  • पीरियड्स के दौरान महिलाओं के कोई योगासन नहीं करना चाहिए।

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