लोगों को अपने स्वस्थ्य को बनाए रखने के लिए योग बहुत जरूरी है। भारत में अनेक योग गुरुओं ने शरीर के हर अंग को हेल्दी व फिट बनाने के लिए कई आसनों के बारे में जानकारी दी है। प्रचीन काल से ही ये आसन, प्राणायाम और मुद्राएं लोगों के फिट और निरोग रहने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। Ustrasana Yoga
लेकिन यदि बीते कुछ सालों की बात करें तो लोगों की भागदौड़ भरी जिंदगी और बिना समय के खान-पान ने उन्हें वापस बीमार और थका हुआ बना दिया है, जिसका एक मात्र उपाय योग है। आज भी योग हमें हेल्दी और फीट रखने की भरपूर ताकत रखता है। यदि आप योग को सही तरीके से करते हैं तो आप कैंसर तक की बीमारी को भी हरा सकते हैं। अगर जरुरत है तो सिर्फ रोज इसका अभ्यास करने का। ऐसे ही योग में से एक योगासन है उष्ट्रासन, जिसे कैमल पोज भी कहा जाता है।
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उष्ट्रासन योग (Ustrasana Yoga) आपके शरीर में ऊर्जा को गती देने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। उष्ट्रासन शब्द संस्कृत के दो शब्द उष्ट्र और आसन से मिलकर बना है, जहां उष्ट्र का अर्थ होता है ऊंट और आसन का अर्थ होता है मुद्रा यानी पोज। इसलिए इसे अंग्रेजी में “कैमल पोज” Camel Pose भी कहा जाता है। इस आसन को करने से शरीर में लचीलापन आता है, हृदय चक्र खुलता है जिससे व्यक्ति के शरीर में चेतना, भावना और ऊर्जा का प्रसार होता है। इसके अलावा उष्ट्रासन योग के और भी बहुत सारे फायदे हैं, आइए विस्तार से जानते हैं। Ustrasana Yoga
उष्ट्रासन क्या है ? What Is Ustrasana In Hindi
उष्ट्रासन एक ऐसा योग है जहां शरीर को ऊंट की आकृति का बनाया जाता है। जिसे अंग्रेजी में Ushtrasana या Camel Pose कहा जाता है। इस योगासन का नियमित रूप से प्रेक्टिस करने से मानसिक और शारीरिक परेशानीयों से छुटकारा मिलता है और शरीर स्वस्थ बना रहता है। Ustrasana Yoga
उष्ट्रासन योग के फायदे | Benefits of Ustrasana Yoga In Hindi
- यह योगासन आपके शरीर को लचीला बनाता है।
- यह आपके कमर, छाती और कंधो को मजबूत बनाता है।
- इस योगा से आपके कमर के निचले हिस्से में दर्द की समस्या दूर होती है।
- इस योग से आपका संपूर्ण शरीर खुलता है।
- इस योग से आपके पाचन में भी सुधार होता है।
- इसे करने से सीने और पेट के निचले हिस्से में बढ़ी हुई चर्बी कम होती है।
- उष्ट्रासन योग से चिंता, थकान आदि कि समस्या भी दूर होती है।
- इस योग को करने से मासिक धर्म के दर्द से राहत मिलती है।
- इस योगासन को नियमित तौर पर अभ्यास करने से शरीर का पोश्चर सुधारने में भी मदद मिलता है।
उष्ट्रासन योग करते समय क्या सावधानिया बरतनी चाहिए | Precautions while doing Ustrasana yoga
- जिन लोगों को घुटने का दर्द रहता है उन्हें यह आसन सावधानी पूर्वक करनी चाहिए।
- लो ब्लड प्रशर के पेशेंट इस योगासन से बचने की कोशिश करें।
- गर्दन की समस्या से परेशान लोग इसे ना करें।
- पहली बार में ही एकदम परफेक्ट करने की कोशिश ना करें, धीरे-धीरे अभ्यास करें। Ustrasana Yoga
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कृप्या ध्यान रहे कि यहां दी गई सभी जानकारी किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। यह जानकारी सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है।
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