आज हम बात करेंगे सिर्फ और सिर्फ पुरुषों की और उनकी हेल्थ से जुड़े एक बड़े इशू की। क्या आपको अक्सर थकावट रहती है? कम उम्र में ही सेक्स ड्राइव घट रही है? मूड हर वक्त डाउन या चिडचिडा रहता है और अपने आसपास के लोगों पर गुस्सा निकलता है ? पेट के आस पास चर्बी बढ़ रही है लेकिन हाथ – पैर पतले हो रहे हैं … मसल्स बनाना मुश्किल हो रहा है? तो ये सारे symptoms … हो सकता है आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी की ओर इशारा कर रहे हों | इनमे से कोई भी लक्षण अगर आपको अपनी बॉडी में दिख रहे हैं तो ये विडियो पूरा देखें क्यूंकि आज हम बात करने वाले है….. लो टेस्टोस्टेरोन की समस्या पर, इसके कारण, लक्षण, क्यों टेस्टोस्टेरोन पुरुषों की बॉडी में ज़रूरी है और नैचुरल तरीक़े से इसे ठीक कैसे किया जा सकता है… आख़िर में टेस्टोस्टेरोन लेवल्स को ठीक करने के लिए एक मील प्लान भी आपके साथ शेयर करेंगे. चलिए शुरू करते हैं.
टेस्टोस्टेरोन सिर्फ़ सेक्स ड्राइव के लिए ही नहीं, बल्कि पुरुषों की ओवरऑल हेल्थ के लिए भी बहुत ज़रूरी है। ये मर्दों के शरीर में सबसे ज़रूरी हार्मोन होता है | लेकिन अगर ये ही बैलेंस से बाहर हो जाए, तो इससे आपकी सेक्शुअल हेल्थ पर तो असर पड़ेगा ही, साथ ही फिज़िकल स्ट्रेंथ, हेल्थ और मेंटल स्टेबिलिटी पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। – तीनों पर बुरा असर पड़ता है।
Testosterone एक male sex hormone है, ये तो हम जानते ही हैं …ये मुख्य रूप से testes में बनता है। यही हार्मोन लड़कों को puberty के दौरान मर्दाना बनावट देता है – जैसे मसल्स बनना, heavy voice, facial hair आना और sexual desire यानि libido।
लेकिन इसका काम सिर्फ यहीं तक नहीं है – Testosterone हमारे मूड, energy levels, bone density, sperm production, memory, concentration, focus और fat distribution तक को कंट्रोल करता है। यानि ये मर्दों के शरीर और दिमाग का एक central controller है। इसकी कमी मतलब शरीर का सिस्टम धीरे-धीरे बैठने लगता है।
अब बात करते हैं की अगर इसकी कमी शरीर में हो जाये तो कैसे पता लगाएं | Testosterone कम होने से आपको कई subtle पर गंभीर संकेत मिल सकते हैं –
आपकी sex ki इच्छा अचानक कम हो जाती है, Erection hone aur फिर maintain करने में मुश्किल आती है, जिससे erectile dysfunction की समस्या हो सकती है , लेकिन erection में problem सिर्फ low testosterone की वजह से ही नहीं और भी कई और वजहों से हो सकता है जैसे Diabetes, BP issues, thyroid , high cholesterol जैसी समस्याएँ | इसके अलावा Muscle mass धीरे-धीरे घटने लगता है, Fat बढ़ता जाता है, खासकर पेट के आसपास, Mood swings और depression जैसी फीलिंग आती है, चिडचिडापन रहने लगता है , Hair fall और memory loss तक हो सकता है. hot flushes, रात में पसीना, सिर के पीछे के हिस्से से बालों का कम होना, थकावट, Energy लेवल हमेशा low रहता है , सुबह सो कर उठने के बाद भी फ्रेश नहीं होता ….क्यूंकि टेस्टोस्टेरोन आपको एनर्जाइज़ करने के लिए ज़रूरी होता है…यहां तक कि प्राइवेट पार्ट का साइज भी कम हो सकता है। कुछ लोगों में ब्रेस्ट डेवलपमेंट भी देखा जाता है। हड्डियों से कैल्शियम कम होने लगता है, जिससे बोन वीक होने का ख़तरा रहता है। एनीमिया यानी ख़ून की कमी हो सकती है, जिससे थकावट जल्दी होती है, चक्कर आने लगते हैं। हाथ-पैरों में हल्की कपकपी या झनझनाहट रह सकती है, ज़्यादा नींद आ सकती है, और हार्टबीट तेज़ हो सकती है।
ये लक्षण अक्सर धीरे-धीरे आते हैं, इसलिए ज़्यादातर लोग इसे उम्र या थकान का असर समझकर नजरअंदाज़ कर देते हैं। अगर ये सब या इनमें से कुछ लक्षण आपको अपने शरीर में दिख रहे हैं, तो आपको तुरंत ब्लड टेस्ट से पता लगाना चाहिए कि कहीं आपके टेस्टोस्टेरोन का लेवल लो तो नहीं हो गया है। अगर रिपोर्ट में लेवल्स कम आते हैं, तो आप एंड्रोलॉजिस्ट से मिल सकते हैं… साथ ही अपने लाइफ़स्टाइल में आपको तुरंत कुछ बदलाव करना बहुत-बहुत ज़रूरी है। उस पर बात करने से पहले जान लेते हैं — किन वजहों से आपके टेस्टोस्टेरोन लेवल कम हो सकते हैं, ताकि आपको पता लग सके कि आप क्या ग़लती कर रहे हैं। तो सबसे पहला कारण है Age, यानी उम्र का बढ़ना — 30 की उम्र के बाद हर साल टेस्टोस्टेरोन लेवल धीरे-धीरे गिरता है। लेकिन आजकल कम उम्र में भी टेस्टोस्टेरोन कम होने की समस्या आने लगी है। फिर आता है Obesity, यानी मोटापा — ज़्यादा पेट की चर्बी टेस्टोस्टेरोन को एस्ट्रोजेन में बदल देती है, जिससे टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम हो जाता है।
Quality Sleep की कमी: 6-7 घंटे से कम नींद हार्मोनल इम्बैलेंस लाती है। दोस्तों, अब तक तो आप समझ ही गए होंगे कि अगर हम अपनी स्लीप क्वालिटी, टाइम और ड्यूरेशन को सुधार लें, तो हमारे शरीर की आधी से ज़्यादा समस्याएँ तो ऐसे ही ठीक हो जाएँगी। क्योंकि नींद शरीर को अंदर से हील करने के लिए बेहद ज़रूरी है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप पूरा दिन सोते ही रहें — याद रखें, excess of everything is always bad, चाहे वो हेल्दी हैबिट ही क्यों न हो।
अब बात करते हैं Stress की…क्रॉनिक स्ट्रेस से Cortisol नाम का हार्मोन शरीर में बनता है, जिसे स्ट्रेस हार्मोन भी कहते हैं। अगर ये शरीर में ज़्यादा बनने लगे, तो ये टेस्टोस्टेरोन को suppress करता है। इसलिए स्ट्रेस से दूर रहने की कोशिश करें — हमेशा।
Junk Food, Alcohol, Smoking — ये सब लिवर और एंडोक्राइन सिस्टम को नुकसान पहुँचाकर टेस्टोस्टेरोन को कम करते हैं। वैसे ये तीनों आपके शरीर को किसी भी तरह का फ़ायदा नहीं देते, तो सिर्फ़ टेस्टोस्टेरोन के लिए ही नहीं — किसी भी बीमारी से दूर रहने के लिए इनसे दूरी बनाए रखें। They do no good to your body. Sedentary Lifestyle यानी बिना शारीरिक मेहनत वाला जीवन भी टेस्टोस्टेरोन प्रोडक्शन को स्लो करने में बड़ा रोल निभाता है।
Diabetes, BP, और Thyroid जैसी बीमारियाँ भी लो टेस्टोस्टेरोन का कारण बन सकती हैं।
अब जब आपको पता लग गया है कि आपके टेस्टोस्टेरोन लेवल्स कम हैं —तो अब क्या किया जाए?
अब आपको तुरंत, बिना किसी देरी के, अपनी diet, routine, और habits में बदलाव करना है।
ये आपके ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहद क्रूशियल है।
टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए क्या खाएं?
टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए इन चीज़ों का सेवन ज़रूर करें:
Healthy Fats — जैसे देसी घी, जैतून का तेल (Olive Oil), नारियल तेल, और नट्स — ये गुड फैट्स टेस्टोस्टेरोन के लिए फ्यूल का काम करते हैं।
Zinc-rich Foods — शरीर में ज़िंक की कमी से टेस्टोस्टेरोन और स्पर्म काउंट, दोनों ही कम हो सकते हैं, जो अंततः आपकी फ़र्टिलिटी पर असर डालते हैं।
ज़िंक शरीर में उस एंज़ाइम को ब्लॉक करता है जो टेस्टोस्टेरोन को एस्ट्रोजेन में कन्वर्ट करता है।
इसके लिए आप अपनी डाइट में Pumpkin Seeds (कद्दू के बीज), चने, मूंगफली, अंडे, Shell Fish, रेड मीट, और नट्स ज़रूर शामिल करें — ख़ासकर काजू और अखरोट (Walnuts)।
आप नॉन-वेजिटेरियन हैं या वेजिटेरियन, उसके हिसाब से आप इनमें से ज़िंक-रिच फूड्स चुन सकते हैं।
बेस्ट रिजल्ट पाने के लिए , जिंक को aap विटामिन डी और ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स के साथ लीजिए. Zinc stress hormone yani cortisol ko bhi kam karta hai . जिंक और मैग्नीशियम अगर आप सोने से पहले लेंगे तो बेहतर नींद आएगी बॉडी की रिकवरी बेटर होगी | डार्क चॉकलेट khayen jisme 70 से 85% काकोवा ho ….Vitamin D ke liye रोज़ early morning ya evening ki धूप में 15-20 मिनट बैठें। या अंडा, मछली, मशरूम खाएं।
Diet mein good quality Protein shamil karen … Paneer, दालें, chicken, eggs – protein muscle mass को बनाए रखता है जो testosterone levels को stable रखता है।
Ab आपको बताते हैं …कौन से ऐसे खाने हैं जो टेस्टोस्टरॉन को कम करते हैं जिन्हें आपको बिलकुल नहीं खाना है …. सोया प्रोडक्ट, टोफू , सोया मिल्क, सोया चाप खाना avoid karen… इसमें होता है फाइटो ईस्ट्रोजन यह ईस्ट्रोजन…jise mahilaon ka हॉर्मोन bola jaata hai , उसे आदमियों में इंक्रीस कर देता है तो सोया कम से कम लीजिए ….नंबर दो शुगर और प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट …yani चीनी , जितनी bhi सफेद रंग की चीज है यह इंसुलिन को स्पाइक करती है , फैट इंक्रीस करती है, जिससे टेस्टोस्टरॉन कम होता है…. तीसरी चीज है अल्कोहल कितना भी आप सोच लें कि इससे कुछ नहीं होता…लेकिन सच तो ये हैं की ऐसा होता है…especially बियर से…यह फाइटो ईस्ट्रोजन को बढ़ा के टेस्टोस्टेरोन को कम करते हैं वेजिटेबल और सीड ऑयल सोयाबीन कनोला सनफ्लावर ऑयल मत लीजिए , isme ओमेगा सिक्स फैटी एसिड हाई होता है jo इनफ्लेमेशन badhata है aur टेस्टोस्टरॉन को kam kar deta hai | बाजरा, ज्वार, रागी, मकई ko diet mein shamil karen …. देसी घी मस्टर्ड ऑयल लीजिए… Ab baat karte hain ….मील प्लान ki , jiska humne aapse waada kiya tha …Breakfast se pahle …2-3 soaked walnuts …akhrot kha sakte hain …ब्रेकफास्ट में आप एग्स ले सकते हैं — ऑमलेट, स्क्रैम्बल्ड या बॉयल्ड जैसे भी खाना चाहें… उसके ऊपर पंपकिन सीड्स डाल सकते हैं। और अगर आप एग्स नहीं खाते हैं, तो आप दाल का चीला, या मिलेट की रोटी, पनीर भुर्जी वगैरह ले सकते हैं — बस ऊपर से रोस्टेड पंपकिन सीड्स ज़रूर डाल लें। लंच में नॉर्मल रोटी-सब्ज़ी खाएँ, बस खाने से पहले प्लेट भरकर सलाद ज़रूर खाएँ। सही मात्रा में पानी पीना न भूलें।
डिनर में रोटी अवॉइड करें —अगर आप मछली लेते हैं तो सैल्मन फिश ले सकते हैं, रेड मीट ले सकते हैं, और अगर आप वेजिटेरियन हैं तो क्विनोआ, वेजिटेबल सूप, पनीर, ब्रोकली, और हरी सब्ज़ियाँ** खाएँ। जो भी खाएँ, उसमें ऊपर से बादाम (Almonds) ऐड कर लें।
दिन में अगर आप स्नैक्स लेना चाहते हैं तो डार्क चॉकलेट नट्स के साथ ले लीजिए। इस डाइट प्लान से चार से छह हफ़्तों में आपको फ़ायदा ज़रूर दिखेगा। डाइट के साथ एक्सरसाइज़ और फिज़िकल एक्टिविटी उतनी ही ज़रूरी है — जैसे मछली के लिए पानी। Testosterone को बढ़ाने का सबसे immediate असर देने वाला तरीका है strength training….Weight Lifting…जैसे squats, deadlifts, bench press – ये exercises testosterone production को kickstart करती हैं। HIIT Workouts…. Short, intense interval training testosterone को spike करता है। Regular Walking या Cycling karen… हफ्ते में कम से कम 4 दिन exercise karni hi karni hai …consistency zaruri hai. योग और प्राणायाम stress और fat कम करके testosterone को बढ़ाते हैं Jaise ….Surya Namaskar jo ki full बॉडी वर्कआउट है जो मेटाबॉलिज्म और हार्मोनल बैलेंस को सुधारता है। Kapalbhati और Bhastrika Pranayam, पेट की चर्बी और toxins को कम कर testosterone को support करते हैं। Meditation और अनुलोम विलोम… Cortisol को कम कर testosterone को indirectly support करता है। Iske saath hi 7-8 घंटे की नींद लें… शरीर सबसे ज़्यादा testosterone सोते वक्त ही बनाता है। डेली सूरज की रोशनी लें…इससे Vitamin D मिलेगा जो testosterone का natural booster है। …Alcohol और smoking से दूरी बनाएं: ये दोनों testosterone production पर बहुत बुरा असर डालते हैं।
Kuch आयुर्वेदिक उपाय yani Natural Remedies bhi isme aapke madad kar sakti hain …
Jaise Ashwagandha … कई studies ने ये साबित किया है कि अश्वगंधा testosterone levels को 15-20% तक बढ़ा सकता है। Safed Musli sexual strength बढ़ाने, sperm count के लिए जाना जाती है। Shilajit… energy, stamina और testosterone के लिए आयुर्वेद का सुपर टॉनिक है।
Kaunch Beej: libido और sperm quality के लिए फायदेमंद। इन सभी के पाउडर को आप गरम दूध के साथ ले सकते हैं…एक बार में केवल एक का ही इस्तेमाल करें, सभी को साथ में न लें।
एक टीस्पून से ज़्यादा पाउडर न लें। अगर शिलाजीत ग्रेन (दाने) के रूप में है, तो बिल्कुल मटर के दाने जितना ही दूध में मिलाएँ। और अगर कैप्सूल के रूप में है, तो 250 mg का कैप्सूल दिन में एक बार ले सकते हैं। डिजिटल डिटॉक्स भी एंग्ज़ायटी और स्ट्रेस को कम करने के लिए ज़रूरी है…
रोज़ाना कम से कम 1 घंटा बिना फ़ोन के, सिर्फ़ खुद के लिए निकालें।
रोज सुबह Triphala powder का सेवन करें — इससे पेट साफ रहता है और fat reduce होता है। आप गुग्गुल का इस्तेमाल कर सकते हैं — यह बॉडी फैट को ब्रेक करता है, ख़ासकर जिद्दी पेट की चर्बी (stubborn belly fat) को कम करने में मदद करता है। 250–500 mg का कैप्सूल दिन में 1–2 बार, खाना खाने के बाद लें। लेकिन अगर आपको लिवर या किडनी की समस्या है, तो इसे न लें।
गुग्गुल का कैप्सूल लेने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट ज़रूर करें। इसके अलावा, आप हर्बल टी जैसे — तुलसी, पुदीना (Mint), नींबू, लेमनग्रास, या CCF (Cumin-Coriander-Fennel) टी — अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें। ये पेट की चर्बी, ब्लोटिंग और डाइजेशन के इश्यूज़ में बहुत असरदार होती हैं।खाने में ज्यादा से ज्यादा seasonal fruits, green vegetables, और fiber-rich diet लें। इन सभी जड़ीबूटियों को अपने डॉक्टर या वैद्य की सलाह से लें, खासकर अगर आप कोई दवा ले रहे हैं।
Low Testosterone का असर केवल sexual नहीं, पूरे शरीर पर होता है… ये आपके शरीर की शक्ति, immunity, bones की मजबूती, mood और दिमाग के sharpness को भी affect करता है। अगर testosterone की कमी लंबे समय तक बनी रहे तो – Erectile dysfunction, Depression, Osteoporosis, Heart disease जैसी chronic बीमारियाँ भी हो सकती हैं।
Dekhiye doston मर्दानगी का मतलब सिर्फ मसल्स नहीं, हार्मोनल हेल्थ भी है.. इसे नजरअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है। थोड़े से बदलाव अच्छी नींद, सही डाइट, रेगुलर वर्कआउट और आयुर्वेदिक सपोर्ट – testosterone को नैचुरली restore कर सकते हैं। Iske baad bhi samsya theek nahi hoti to Doctor ko zarur dikhayen ….zyada dikkat hone par Testosterone replacement therapy ka option bhi hai…